* भूमिका ( परिचय ) *
इक्कीसवीं सदी को अक्सर "एशिया की सदी" कहा जाता हैं| एक समय था जब विश्व मंच पर केवल कुछ गिने चुने पश्चिमी देश ही शक्तिशाली माने जाते थे - लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं| भारत धीरे-धीरे ही नही, बल्कि तेज गति से एक ऐसे राष्ट्र के रूप में उभर रहा हैं जो तकनीक, अर्थव्यवस्था, सैन्य शक्ति, युवा शक्ति और सांस्कृतिक प्रभाव के क्षेत्र में एक नया इतिहास रच रहा हैं| आज भारत न केवल अपने आप में आत्मनिर्भर बन रहा हैं बल्कि विश्व की प्रमुख समस्याओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा हैं|इस लेख में हम उन सभी मुख्य कारणों का विस्तार से अध्ययन करेंगे जिनके आधार पर भविष्य में भारत निश्चित रूप से एक विश्व महाशक्ति ( Superpower ) बन सकता हैं|
1. तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था:-
भारत आज विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चूका हैं और अनुमान लगाया जा रहा हैं कि आने वाले 10 वर्षों में यह तीसरे स्थान पर पहुँच सकता हैं| भारत का सकल घरेलू उत्पाद ( GDP ) लगातार बढ़ रहा हैं और विदेशी निवेश ( FDI ) भी बड़े पैमाने पर आ रहा हैं| डिजिटल भुगतान, स्टार्टअप और उद्दोग के क्षेत्र में जो वृद्धि हुई हैं, वह भारत की आर्थिक शक्ति को और अधिक मजबूती दे रही हैं| यह आर्थिक विकास भारत को वैश्विक मंच पर नई ऊंचाईयों तक पहुँचाने में मुख्य भूमिका निभाएगा|
IMF और World Bank की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले वर्षों में भारत की ग्रोथ दर सबसे तेज रहेगी|
2. विशाल युवा जनसंख्या ( Demographic Dividend ):-
भारत की कुल जनसंख्या का लगभग 65% भाग युवाओं का हैं| यह विश्व में सबसे अधिक कार्य-योग्य मानव संसाधन वाला देश बनाता हैं| जिस देश के पास इतनी बड़ी युवा शक्ति होती हैं, वह शिक्षा, तकनीक, उद्द्मिता और नवाचार के क्षेत्र में अद्भुद विकास कर सकता हैं| यदि इस युवाशक्ति को सही दिशा और प्रशिक्षण मिले, तो भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली और उन्नत राष्ट्र बन सकता हैं|
भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा जनसंख्या वाला देश हैं, लेकिन यह समस्या नही बल्कि एक अवसर हैं| यही युवा भारत को अगले 20 सालों में सुपरपॉवर बनाएगें|
3. तकनीकी विकास और डिजिटल क्रांति:-
भारत में डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी योजनाओं से देश में तकनीकी क्रांति आई हैं| आज भारत दुनिया का सबसे बड़ा आईटी सपोर्ट प्रोवाइडर हैं और दुनिया की कई बड़ी कम्पनियां भारतीय टेक्नोलॉजी पर निर्भर हैं| भारत का डिजिटल भुगतान सिस्टम ( UPI ) आज दुनिया के कई विकसित देशों के लिए भी उदाहरण बन चूका हैं|
भारत आज डिजिटल पेमेंट्स में दुनिया का लीडर हैं| UPI जैसे सिस्टम ने तकनीक को आम लोगों तक पहुंचाया हैं| भारत AI, ब्लाकचेन, रोबोटिक्स और क्वांटम कम्प्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा हैं, हजारों भारतीय स्टार्टअप्स दुनिया में अपनी पहचान बना चुके हैं भारत आने वाले समय में सिलिकान वैली ऑफ एशिया बन सकता हैं|
4. शिक्षा और अनुसंधान में सुधार:-
भारत में नई शिक्षा नीति का आगमन और सरकारी बजट में अनुसंधान और नवाचार के लिए अधिक पैसा देना - यह दर्शाता हैं कि भारत अब ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा हैं| प्रतिष्ठित संस्थान जैसे आईआईटी, आईआईएम, इसरो और DRDO विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं| वैज्ञानिक शोध, अंतरिक्ष कार्यक्रम और तकनीकी खोज के कारण भारत का अंतर्राष्ट्रीय सम्मान बढ़ रहा हैं|
5. आत्मनिर्भर भारत और निर्माण क्षेत्र का विकास:-
पिछले कुछ वर्षों में "आत्मनिर्भर भारत" एक राष्ट्रीय आंदोलन बन चूका हैं| सरकार का यह लक्ष्य हैं कि भारत हर वह वस्तु स्वयं बनाए जिसके लिए पहले हमें विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता था| रक्षा सामग्री, मोबाइल फ़ोन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, ऑटोमोबाइल, मेडिकल उपकरण - इन सभी के उत्पादन में भारत लगातार तेज़ी से आत्मनिर्भर बन रहा हैं|
जो वस्तुएं पहले अन्य देशों से आयात होती थीं, आज उन बस्तुओं का निर्माण भारत में ही बड़े स्तर पर किया जा रहा हैं| इससे न केवल विदेशी मुद्रा की बचत होती हैं बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी मिलता हैं| भारत आने वाले समय में दुनिया की "मैन्युफैक्चरिंग हब" बन सकता हैं, और यह स्थिति भारत को आर्थिक तथा रणनीतिक दृष्टि से महाशक्ति बनने में सबसे अहम भूमिका देगी|
6. अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और भारत की मजबूत छवि:-
आज भारत केवल क्षेत्रीय शक्ति नही बल्कि एक वैश्विक नीति-निर्माता की तरह व्यवहार कर रहा हैं| चाहे संयुक्त राष्ट्र हो, या जी20 सम्मेलन, या अंतर्राष्ट्रीय जलवायु बैठक - भारत की बातें अब ध्यान से सुनी जाती हैं| क्वाड ( QUAD ), ब्रिक्स ( BRICS ), और अन्य वैश्विक मंचों पर भारत की मौजूदगी यह दिखाती हैं कि अब भारत विश्व निर्णयों को प्रभावित कर सकता हैं|
भारत ने कोरोना महामारी के समय "वैक्सीन मैत्री" के माध्यम से दर्जनों देशों को टिके भेजे| इससे विश्व में भारत की छवि एक विश्वनीय और दयालु शक्ति के रूप में उभरी| यह मानवता पर आधारित कूटनीति भारत को "विश्व गुरु" और "मानवीय महाशक्ति" की ओर ले जा रही हैं|
7. मजबूत और आधुनिक हो रही सेना:-
भारत की सेना विश्व की सबसे बड़ी और सामर्थ्यवान सेनाओं में से एक हैं| जल, थल, वायु - तीनों क्षेत्रों में भारत अपनी सैन्य शक्ति को आधुनिक बना रहा हैं| नए हथियार प्रणालियाँ, मिसाईलें, स्वदेशी लड़ाकू विमान, टैंक, अंतरिक्ष रक्षातन्त्र - इन सबके कारण भारत की सैन्य शक्ति तेजी से आगे बढ़ रही हैं|
राफेल जैसे आधुनिक विमान और तेजस जैसे स्वदेशी फाइटर जेट अब भारतीय वायुसेना का हिस्सा बन चुके हैं| भारतीय नौसेना अब भारतीय महासागर क्षेत्र में एक प्रमुख शक्ति बन चुकी हैं| सेना की यह शक्ति भारत को न केवल सुरक्षित रखती हैं बल्कि वैश्विक शक्ति-संतुलन में भी भारत की महत्वपूर्ण भूमिका बनाती हैं|
8. भारतीय संस्कृति और दुनिया में सॉफ्ट पॉवर:-
भारत की सांस्कृतिक विरासत हजारों वर्ष पुरानी हैं| योग, आयुर्वेद, भारतीय भोजन, बॉलीवुड, भारतीय संगीत और आध्यात्म - यह पुरे विश्व में आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं| भारत की यही सांस्कृतिक शक्ति, जिसे "सॉफ्ट पॉवर" कहा जाता हैं, लोगों के दिल जीतती हैं|
विश्व योग दिवस आज पूरी दुनिया में मनाया जाता हैं| लोग भारतीय ध्यान ( Meditation ) और आयुर्वेदिक जीवनशैली की ओर आकर्षित हो रहे हैं| यह केवल संस्कृति नही, बल्कि एक शक्तिशाली प्रभाव हैं जो भारत की पहचान को विश्व भर में सम्मानित करता हैं| सॉफ्ट पॉवर भी एक महाशक्ति बनने की महत्वपूर्ण कसौटी होती हैं - और इस क्षेत्र में भारत पहले से ही विश्व लीडर बन चूका हैं|
9. सामरिक शक्ति और रक्षा क्षमता:-
भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना रखता हैं, आधुनिक मिसाईल तकनीक, स्पेस डिफेंस और परमाणु शक्ति भारत को मजबूत बनाती हैं| मेड इन इंडिया डिफेंस टेक्नोलॉजी भारत को हथियारों का बड़ा निर्यातक बनाएगी आने वर्षों में भारत एशिया ही नही बल्कि विश्व में सुरक्षा शक्ति ( Security Power ) बनेगा|
10. अंतरिक्ष विज्ञान और ISRO:-
. चंद्रयान - 3, मंगलयान और आदित्य L1 जैसे मिशनों ने दुनिया को चौकाया हैं|
. ISRO आज सबसे सस्ता और सफल स्पेस प्रोग्राम देने वाला संगठन हैं|
. आने वाले वर्षों में भारत स्पेस रिसर्च और स्पेस इंडस्ट्री में अमेरिका और रूस जैसी ताकतों को टक्कर देगा|
11. सांस्कृतिक और आध्यात्मिक ताकत:-
. भारत योग, आयुर्वेद और संस्कृति की वजह से दुनिया में सॉफ्ट पॉवर हैं|
. भारतीय संस्कृति की "वसुधैव कुटुम्बकम" की सोच दुनिया को एक परिवार मानती हैं|
. भारत आने वाले वर्षों में संस्कृति और आध्यात्मिक शक्ति से पूरी दुनिया का मार्गदर्शन करेगा|
12. ग्लोबल हेल्थ और मेडिसिन:-
. भारत को "फार्मेसी ऑफ द वर्ल्ड" कहा जाता हैं|
. भारत सस्ती और प्रभावी दवाईयों का सबसे बड़ा सप्लायर हैं|
. कोविड-19 के दौरान भारत ने वैक्सीन देकर दुनिया को बचाया|
. आने वाले समय में भारत मेडिकल रिसर्च और हेल्थकेयर में सुपरपॉवर बनेगा|
13. महिला शक्ति और सामाजिक बदलाव:-
. भारत में महिलाएं शिक्षा, खेल, राजनीति और सेना में बड़ी भूमिका निभा रही हैं|
. नारी शक्ति का सशक्तिकरण भारत को और मजबूत बनाएगा|
. आने वाले समय में भारत एक संतुलित और समान समाज के रूप में दुनिया को प्रेरणा देगा|
14. भू-राजनीतिक स्थिति ( Geopolitics ):-
. भारत एशिया के मध्य में स्थित हैं, और इसकी भौगोलिक स्थिति बेहद महत्वपूर्ण हैं|
. भारत अमेरिका, रूस और चीन के बीच संतुलन बनाने वाला देश हैं|
. भारत की विदेश नीति सहयोग, शांति और समानता पर आधारित हैं|
. यही नीति भारत को भविष्य का वैश्विक नेता बना|
15. भारत की वैश्विक छवि:-
. भारत अब केवल एक उभरता हुआ देश नहीं हैं बल्कि एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति हैं|
. जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, स्वास्थ्य संकट - हर जगह भारत की आवाज सुन रही|
** निष्कर्ष **
भारत के पास वह सब कुछ हैं जो उसे भविष्य में वैश्विक महाशक्ति और विश्व का नेता बना सकता हैं|
. विशाल युवा शक्ति
. तेज आर्थिक वृद्धि
. तकनीक और अंतरिक्ष विज्ञान
. संस्कृति और आध्यात्मिकता
. लोकतंत्र और स्थिरता
आने वाले 10-20 सालों में भारत न केवल आर्थिक रूप से बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी दुनिया का मार्गदर्शन करेगा|
भारत के पास यह अक्सर हैं कि वह पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हुए "वसुधैव कुटुम्बकम" के विचार से विश्व का नेता बने|
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