* प्रस्तावना *
आज हम जानेंगे भारतीय संस्कृति के अनसुने फैक्ट्स और परम्पराओं के बारे में-
भारतीय संस्कृति केवल त्योहारों या मंदिरों तक सीमित नही हैं, बल्कि यह एक जीवन पद्धति हैं- जिसमे हर परम्परा, हर रीति-रिवाज के पीछे एक गहरी वैज्ञानिक, सामाजिक और आध्यात्मिक विचार छुपी हुई हैं|
भारत ही सिर्फ एक ऐसा देश नही हैं, एक ऐसी जीवन संस्कृति हैं जिसने दुनिया को ज्ञान, धर्म, विज्ञान, कला, संगीत और मानवता का अच्छा संदेश दिया हैं| यहाँ की संस्कृति हजारों वर्षो से जीवित हैं और आज भी उसी गरिमा के साथ आगे बढ़ रही हैं|
1. सबसे प्राचीन और जीवित संस्कृति:-
भारतीय संस्कृति को विश्व की सबसे प्राचीन और जीवित संस्कृति माना जाता हैं|
. सिन्धु घाटी सभ्यता ( Indus Valley Civilization ) लगभग 8000 वर्ष पुरानी थी|
. वेद, दुनिया के सबसे पुराने ग्रन्थ हैं, जिनका उल्लेख 1500 ईसा पूर्व से पहले का माना जाता हैं|
. इतनी पुरानी होने के बावजूद, भारत की संस्कृति आज भी अपने मूल रूप में जीवित हैं - यह अपने आप में एक चमत्कार हैं|
2. पूरा विश्व एक परिवार - "वसुधैव कुटुम्बकम" :-
भारतीय संस्कृति की सबसे महान सोच हैं - वसुधैव कुटुम्बकम, अर्थात पूरा विश्व ही एक परिवार हैं| यह भावना दिखाती हैं की भारतीय परम्पराएं सिर्फ भारत तक सीमित नही, बल्कि पूरी दुनिया को जोड़ने वाली हैं|
3. भारत की विश्व को देन - ध्यान और योग:-
आज पूरा विश्व योग और मेडिटेशन के लाभ जान चूका हैं|
. योग का उल्लेख वेदों और उपनिषदों में मिलता हैं|
. पतंजली ऋषि ने योगसूत्र रचे जो आज भी योगशास्त्र की बुनियाद हैं|
. हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता हैं - यह भारत की संस्कृति की वैश्विक स्वीकृति का प्रतीक हैं|
4. कम्प्यूटर युग की भाषा - संस्कृत :-
. संस्कृत को दुनिया की सबसे वैज्ञानिक भाषा माना जाता हैं|
. NASA के एक रिसर्च के अनुसार, संस्कृत AI ( Artificial Intelligence ) और Computational Linguistics के लिए सबसे उपयुक्त हैं|
. भारत के प्राचीन ग्रन्थ, शास्त्र, वेद, और उपनिषद - सभी इसी भाषा में लिखे गए हैं|
5. भारतीय संगीत - आत्मा की अभिव्यति:-
भारतीय संगीत को केवल सुनना नही बल्कि महसूस करना होता हैं|
. हिन्दुस्तानी और कर्नाटकीय संगीत की परम्परा हजारो सालो पुरानी हैं|
. रागों के पीछे मौसम, भावनाएं और समय का गहरा सम्बन्ध होता हैं|
. माना जाता हैं की तानसेन जब राग मेघ गाते थे, तो बारिश होने लगती हैं|
6. आयुर्वेदिक - प्राकृतिक से चिकित्सा:-
. आयुर्वेद भारत की पारम्परिक चिकित्सा पद्धति हैं, जो आज दुनियाभर में फ़ैल चुकी हैं|
. चरक संहिता और सुश्रुत संहिता आयुर्वेद के दो मुख्य स्तम्भ हैं|
. सुश्रुत को सर्जरी का जनक माना जाता हैं - उन्होंने 2600 वर्षो पहले ही नाक, कान और आँख की शल्यक्रिया का वर्णन किया था|
7. भारतीय वास्तुकला - ऊर्जा और विज्ञान का अद्भुद मेल:-
. भारतीय मंदिर सिर्फ पूजा स्थल नही, बल्कि ऊर्जा का केंद्र हैं|
. मंदिरों का निर्माण ज्यामितीय गणना, खगोलशास्त्र और वास्तुशास्त्र के आधार पर होता था|
* उदहारण:-
. कोणार्क सूर्य मंदिर- जो सूरज की गति के अनुसार बनाया गया हैं|
. बृहदेश्वर मंदिर, जिसकी छाया दोपहर को जमीन पर नही पड़ती हैं|
8. विविधता और धार्मिक सहिष्णुता :-
भारत में दुनिया के प्रमुख 9 धर्मो के अनुयायी रहते हैं|
यहाँ जन्मे धर्म हैं:
. हिन्दू
. बौद्ध
. जैन
. सिख
साथ ही भारत में मुस्लिम, ईसाई, यहूदी, पारसी और बहाई जैसे धर्मो के लोग भी प्रेम से रहते हैं| यह दिखाता हैं की भारतीय संस्कृति सहिष्णुता और विविधता का जीवंत उदहारण हैं|
9. भारतीय गणित और विज्ञान का योगदान:-
. भारत ने दुनिया को शून्य ( 0 ) का ज्ञान दिया हैं|
. आर्यभट्ट और भास्कराचार्य जैसे गणितज्ञों ने पृथ्वी की गति, ग्रहण और बीजगणित की खोज की|
. आज भी कई वैज्ञानिक मानते हैं की भारत का गणित और खगोलशास्त्र विश्व में सबसे उन्नत था|
10. परम्पराएं जिनके पीछे विज्ञान हैं:-
. भारतीय परम्परा "नमस्ते करना" का वैज्ञानिक कारण यह हैं की "यह एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को सक्रिय करता हैं|
. भारतीय परम्परा "तिलक लगाना" का वैज्ञानिक कारण यह हैं की " मस्तिष्क के केंद्र को शांत करता हैं|
. भारतीय परम्परा "तुलसी पूजा" का वैज्ञानिक कारण यह हैं की " तुलसी प्राकृतिक एंटीबायोटिक हैं|
. भारतीय परम्परा "पीतल के बर्तन में पानी पीना" का वैज्ञानिक कारण यह हैं की " रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती हैं|
11. सामाजिक और प्राकृतिक संतुलन - त्योहार:-
भारतीय त्योहार सिर्फ धर्म से नही, बल्कि प्राकृतिक चक्रों से भी जुड़े होते हैं|
* मकर संक्रांति:- सूर्य की उत्तरायण यात्रा का उत्सव
* होली:- सर्दी के अंत और गर्मी के आगमन का संकेत
* दीवाली:- अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक
इन त्योहारों में सामूहिकता, प्रेम, प्रकृति और संतुलन की शिक्षा मिलती हैं|
12. भारतीय तरीके का खानपान - स्वास्थ्य और स्वाद का मिक्ष्रण :-
. भारतीय भोजन में मसाले सिर्फ स्वाद के लिए नही, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी होते हैं|
* हल्दी - एंटीसेप्टिक
* जीरा - पाचन में सहायक
* अदरक - सुजन और जुकाम में असरदार
. यहाँ का खाना हर मौसम, क्षेत्र और शरीर की प्रकृति के अनुसार बदलता हैं|
13. भारतीय हस्तकलाओं का जादू:-
. दुनिया भर में भारत की हस्तकला प्रसिद्ध हैं -
* मघुबनी चित्रकला ( बिहार )
* वारली चित्रकला ( महाराष्ट्र )
* फंड पेंटिंग ( राजस्थान )
* कांजीवरम साड़ी ( तमिलनाडु )
. हर राज्य की कला में उसकी संस्कृति की छाप साफ दिखती हैं|
14. साहित्य और ज्ञान की परम्परा:-
. वेद, उपनिषद्, महाभारत, रामायण, गीता जैसे ग्रन्थ केवल धार्मिक नही, परन्तु दार्शनिक, नीतिपरक और वैज्ञानिक ज्ञान से भरपूर हैं|
. पंचतंत्र और हितोपदेश जैसी कहानियां आज भी नैतिक शिक्षा देती हैं|
15. भारत का विश्व पर प्रभाव:-
. आज पूरी दुनिया भारतीय संस्कृति को सम्मान की दृष्टि से देखती हैं-
* न्यूयार्क, लन्दन, टोक्यो में मंदिर
* विदेशी विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग
* योग, आयुर्वेद और भारतीय दर्शन पर रिसर्च
* लाखों विदेशी नागरिक जो भारतीय संस्कृति को जीवन में अपनाते हैं|
* निष्कर्ष *
** भारतीय संस्कृति- गहराई, गौरव और ज्ञान का अनमोल संगम:-
भारतीय संस्कृति केवल इतिहास में ही नही, बल्कि यह जीवन की कला हैं| यह हमे प्रकृति से जुड़ना, समाज के साथ चलना, आत्मा को जानना और मानवता को अपनाना सिखाती हैं|
आज जब भी दुनिया भौतिकला में उलझी हैं, भारत की संस्कृति अब भी आध्यात्मिक रौशनी का दीपक जलाए खड़ी हैं| हमे गर्व हैं की हम इस पवित्र, वैज्ञानिक, समृद्ध और मानवता-प्रधान संस्कृति के वाहक हैं|
* Disclaimer *
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