दुनिया जितनी वस्तृत हैं उतना ही विषमयकारी हैं| कुछ घटनाएँ विज्ञान से समझ में आ जाती हैं तो कुछ अभी-भी हमें चकित कर देती हैं, आज हम ऐसे ही 15 बिन्दुओं के बारे में बतायेंगे और समझायेंगे कि - क्या हैं, कैसे होते हैं, कहाँ मिलते हैं, और उनसे जुड़ी रोचक बातें|
पढ़ते-पढ़ते आपको एहसास होगा कि हमारी पृथ्वी सचमुच "आश्चर्यों की भण्डार हैं|"
1. गाते हुए रेतीले टीलें ( Singing Sand Dunes ):-
* क्या हैं यह:- दुनिया के कुछ रेगिस्तानों खासकर चीन के दुन्हूआंग ( मिंग्शाशान ), मोरक्को, नामिबिया, और अमेरिका - में ऐसे ऐसे टीले हैं जिनपर हवा चले या इंसान फिसले, तो ध्वनि गूंजती हुई सुनाई देती हैं - मानो रेत "गुनगुना" बंद रही हों|
* क्यों होता हैं ऐसा:- रेत के कण बहुत समान आकार के हो, सुखें हों, और सतह पर एक साथ फिसलें, तो घर्षण से उत्पन्न कम्पन एक खास आवृत्ति पर "रिजोनेट" करते हैं| यह सामूहिक कम्पन ढोलक के झिल्ली-कम्पन जैसा असर पैदा करता हैं और दूर तक सुनाई देता हैं|
* रोचक तथ्य:- ध्वनि की पिच टीलों की ऊंचाई, कणों के आकार व नमी होने पर "गायन" थम जाता हैं|
* कहाँ देखें:- दुन्हूआंग ( चीन), बदीन जारन (चीन), मोरक्को का एर्ग-चेबी, नामीब रेगिस्तान, और नेवादा/कैलीफोर्निया (यूएस)|
* यात्री टिप्स:- सुबह-शाम जब हवा स्थिर हो तो छोटे-छोटे स्लाईड बनाकर आप खुद भी ध्वनि सुन सकते हैं - पर कृपया टीलों की नाजुक सतह को नुकसान न पहुँचाएँ|
2. नीले खून वाले जीव:-
* क्या हैं ये:- हॉर्सशू क्रैब, कुछ घोंघे, स्क्विड-ऑक्टोपस जैसे सेफ़लोपाड - इनका खून नीला होता हैं|
* क्यों होता हैं ऐसा:- हमारे हीमोग्लोबिन में लौह ( आयरन ) होता हैं, इसलिए खून लाल दिखता हैं| ऑक्सीजन से जुड़ते ही यह नीला पड़ता हैं|
* क्यों महत्वपूर्ण:- हार्सशू क्रैब के खून से बनने वाला LAL ( Limulus Amebocyte Lysate ) साल्यूशन मेडिकल उपकरण/दवाओं में बैक्टीरिया एंटोटाक्सिन जांचने के लिए बहुत अहम हैं|
* नैतिक सावधानी:- जीवों के अंधाधुंध दोहन से पारिस्थितिकी और तटीय खाद्द्य श्रृंखलाएं प्रभावित हो सकती हैं, आज वैज्ञानिक वैकल्पिक सिंथेटिक तरीकों पर भी काम कर रहे हैं|
3. गुलाबी झीलें - रंग बदलता पानी:-
* क्या हैं ये:- सेनेगल की लेक रेटबा, ऑस्ट्रेलिया की लेक हिलियर, स्पेन की लास सालिनास- इनका पानी गुलाबी/मैजेंटा नजर आता हैं|
* क्यों होता हैं:- अत्यधिक खारे पानी में पनपने वाला शैवाल Dunaliella salina और कुछ हेलोबैक्टीरिया बीटा-कैरोटीन/रंजक छोड़ते हैं, जिससे पानी गुलाबी हो जाता हैं|
* मौसमी उतार-चढ़ाव:- सूखे/वर्षा के अनुपात से नमक और सूक्ष्मजीवों की सांद्रता बदलती रहती हैं, रंग का टोन भी उसी अनुसार गहरा-हल्का होता हैं और कुछ मौसमों में झील का स्तर घट-बढ़ सकता हैं|
* यात्री टिप्स:- धुप तेज हो तो रंग सबसे उभर कर दिखता हैं, पर तैरने से त्वचा/आँखों में जलन हो सकती हैं - सावधानी रखें|
4. उल्टे दिखने वाले पेड़ - बाओंबाब:-
* क्या हैं:- अफ्रीका ( और मैडागास्कर ) के बाओबाब पेड़ दूर से ऐसे लगते हैं जैसे जड़े आसमान की ओर हों - इसीलिए इन्हें "अपसाइड - डाउन ट्री" कहा जाता हैं|
* अद्भुद क्षमताएं:- इसके मोटे तनों में हजारों लीटर पानी जमा हो सकता हैं - सूखे प्रदेशों में यह "जीवित जलटंकी" हैं| इसके पत्ते, फल ( बाओबाब पाउडर विटामिन - C से भरपूर ), और छाल स्थानीय जीवन का हिस्सा हैं|
* दीर्घायु:- कई बाओबाब 1,000+ वर्षो तक जीवित रहे हैं, जलवायु परिवर्तन और फफूंद - आधारित रोगों से कुछ दिग्गज पेड़ो का क्षय भी देखा गया हैं|
* संरक्षण:- स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर टिकाऊ पर्यटन से इन "वन-वयोवृद्धो" की रक्षा जरुरी हैं|
5. हवा में तैरते पत्थरों का भ्रम ( Balancing Rocks ):-
* क्या दिखता हैं:- कुछ चट्टाने इतनी अजीब तरह संतुलित होती हैं की लगता हैं हवा में "टंगी" हैं - जैसे सऊदी अरब का अल-नसला रॉक फार्मेशन, ऑस्ट्रेलिया के डेविल्स मार्बल्स, भारत का मद्रास का बटर बॉल ( महालक्ष्मी की बटर बॉल ), और यमन/ओमान क्षेत्र की खड़ी चट्टानें|
* क्यों होता हैं:- लाखों वर्षो की अपरदन ( इरोशन ), तापमान-विस्तार, हवा-रेत की मार और आधार-शिला की कठोरता में अंतर मिलकर शिलाओं को अनोखा संतुलन दे देते हैं|
* हवा में तैरना:- यह दृश्य भ्रम हैं - चट्टानें सूक्ष्म लेकिन मजबूत स्पर्श बिन्दुओं पर टिकी होती हैं| सही एंगल से फोटो लेने पर वे "लेविटेट" करती दिखती हैं|
* सुरक्षा:- ऐसी संरचनाएं नाजुक होती हैं, चढ़ना/धक्का देना असुरक्षित भी हैं और संवेदनशील भू-आकृतियों को नुकसान पहुंचा सकता हैं|
6. जलने वाली बर्फ-मीथेन हाईड्रेट :-
* क्या हैं:- बर्फ में जकड़ी मीथेन गैस - जिसे क्लैथरेट भी कहते हैं| यह परमाफ्रास्ट और समुद्री अवसादों में मिलती हैं|
कैसे जलती हैं:- सतह पर लाकर आग लगाएं तो बर्फ जलती दिखती हैं, दरअसल जलने वाली चीज अंदर फँसी मीथेन हैं|
महत्व और जोखिम:- भविष्य का सम्भावित ऊर्जा-स्रोत, पर निकासी कठिन और असावधानी से गैस का वातावरण में रिसाव जलवायु के लिए खतरनाक हो सकता हैं ( मीथेन एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस हैं )|
* विज्ञान का संतुलन:- शोध का फोकस - सुरक्षित निकासी, रिसाव-नियंत्रण, और समुद्री पारिस्थितिकी पर न्यूनतम प्रभाव|
7. रात में चमकते समुद्र - बायोल्युमिनेसेंस :-
* क्या हैं:- मालदीव के वाधू आईलैंड, भारत-श्रीलंका के कुछ तट, जापान के टोयामा बे, प्युटों रिको के मोस्कीटो बे - कई जगहें रात में नीली-सी चमक से जगमगा उठती हैं|
* क्यों होती हैं:- माइक्रो-जीव ( आमतौर पर Noctiluca या अन्य डाइनोफ्लैजेलेट ) यांत्रिक उत्तेजना ( लहर/हिलना) पर रासायनिक प्रतिक्रिया से रोशनी छोड़ते हैं|
* स्थिति बदलती रहती हैं:- तापमान, पोषक-तत्व और ज्वार-भाटा के साथ चमक का प्रकट होना अनिश्चित हैं - इसे "भाग्य और मौसम" का खेल मानें|
* एथिक्स/सेफ्टी:- तेज रोशनी, ड्रोन, तैराकी से जीवों पर दबाब बढ़ता हैं| दूर से देखना, फ्लैशलाइट न चलना बेहतर|
8. उबलती नदी-शानाय-तिम्पिश्का ( पेरू):-
* क्या हैं:- अमेजन बेसिक में एक नदी का जल 45-95०C तक रिकार्ड किया गया हैं- इतना गर्म कि छोटे जीव गिरकर जीवित नही बचते|
* क्यों होता हैं:- पारम्परिक मान्यता थी कि यह किसी पास के ज्वालामुखी से गर्म होती हैं, पर अध्ययन बताते हैं की गहरे भू-तापीय जल के रिसाव/वापसी से नदी का जल तापमान बढ़ता हैं|
* संस्कृति और संरक्षण:- स्थानीय समुदाय इसे पवित्र मानते हैं, अनियंत्रित पर्यटन से पर्यावरण व सांस्कृतिक गरिमा को नुकसान पहुँच सकता हैं|
9. गुरुत्वाकर्षण को चुनौती देता भ्रम - मैग्नेटिक/ग्रैविटी हिल:-
* क्या हैं:- भारत ( लेह का मैग्नेटिक हिल), कनाडा ( मान्कटन ), इटली, कोरिया उर दुनिया के अन्य हिस्सों में कुछ सड़कों पर गाड़ी न्यूट्रल में भी "ऊपर" चढ़ती लगती हैं|
* क्यों होता हैं:- यह ऑप्टिकल इल्यूजन हैं - क्षितिज, ढलान, पेड़ो-इमारतों का कोण, और सडक की ज्यामिति मिलकर आँखों को धोखा देते हैं| वास्तविकता में गाड़ी ढलान पर ही लुढ़क रही होती हैं|
* रोचक अनुभव:- पानी डालने पर भी "ऊपर" ओर बहता दिखता हैं - क्योकि आपका सन्दर्भ-फ्रेम भ्रमित हैं|
* यात्री टिप:- सुरक्षा सर्वोपरि - न्यूट्रल में रोलिंग तभी करें जब सड़क खाली, सपाट और सुरक्षित हो|
10. सबसे दीर्घायु कशेरुकी - ग्रीनलैंड शार्क:-
* क्या हैं:- ऊपरी अटलांटिक/आर्कटिक लो ग्रीनलैंड शार्क की उम्र सैकड़ो साल हो सकती हैं - औसतन कुछ नमूनों का आकलन 250-500 वर्ष के बीच|
* कैसे पता चला:- आँख के लेंस-कोर में प्रोटीन पर रेडियोकार्बन डेटिंग से उम्र का अनुमान लगा| इसका मेटाबोलिज्म बेहद धीमा हैं - ठंडा पानी, सुस्त बृद्धि, और देर से परिपक्वता ( कई दशकों बाद )|
* सीख:- प्रकृति धैर्य से काम करती हैं, इतने धीमे जीवन-चक्र वाले जीवों का संरक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण हैं - एक गलती पीढ़ियों का नुकसान कर सकती हैं|
11. समुद्र की लहरों से बजता विशाल "आर्गन" :-
* कहाँ:- सबसे प्रसिद्ध सी आर्गन क्रोएशिया के जादार शहर के तट पर हैं ( अक्सर लोग इसे इटली समझ लेते हैं, पर यह जादार, क्रोएशिया में हैं)|
* कैसे बजता हैं:- तट पर बने सीढ़ीनुमा पत्थरों में पाइप लगे हैं, लहरे जैसे-जैसे इन खाली स्थानों में हवा/पानी को धकेलती हैं, पाईपों में दबाव-तरंगे बनती हैं और अलग-अलग सुर पैदा होते हैं - पूरी तटीय धुन, प्रकृति की धड़कन पर|
* अनुभव:- हवा, ज्वार और लहरों की दिशा के साथ रचना हर पल बदलती हैं - एक अंतहीन "इम्प्रोवाइज़ेशन" |
* करीबी समकक्ष:- सैन फ्रांसिस्को का वेव ऑर्गन भी उसी विचार का एक खुबसुरत कलात्मक रूप हैं|
12. "क्वीन ऑफ द नाईट" - रात में खिलने वाला कैक्टस:-
* क्या हैं:- Epiphyllum oxypetalum ( नाईट - बlooming cereus ) का फुल रात में, अक्सर साल में एक या कुछ ही बार खिलता हैं, प्रभात से पहले मुरझा जाता हैं| भारत में इसे कई जगह "रात रानी" या "ब्रह्मकमल" भी कहा जाता हैं - हालाँकि वास्तविक ब्रह्मकमल ( Saussurea obvallata ) हिमालयी पौधा हैं, दोनों का भ्रम आम हैं|
* क्यों खास:- जब कलियाँ फूटने लगती हैं, तो घर-आंगन में "फुल-दर्शन" का सामूहिक उत्सव सा हो जाता हैं - खुशबू तीव्र, दृश्य मनमोहक|
* वनस्पति विज्ञान:- यह एपीफाइट हैं - पेड़ों/ दीवारों पर सहारे से उग सकता हैं| प्रकाश, ताप और नमी का संतुलन खिलने के लिए निर्णायक हैं|
* सीख:- प्रकृति "धैर्य का पुरस्कार" देती हैं- कभी-कभी सौन्दर्य के लिए बस एक रात ही काफी हैं|
13. एंजेल फाल्स - ऊंचाई में पानी "उड़" जाता हैं:-
* क्या हैं ये:- वेनेजुएला का एंजेल फाल्स ( कैनायमा नेशनल पार्क ) दुनिया के सबसे ऊंचे निरंतर प्रवाह वाले झरनों में हैं ( ~979 मीटर )|
* अनोखा दृश्य:- इतनी ऊंचाई से गिरते हुए जलकण अक्सर हवा में धुंध बनकर बिखर जाते हैं - नीचे तक "फीतों" की तरह पहुँचना आम हैं, तेज हवा हो तो बौछारें विपरीत दिशा में भी बहती दिखती हैं|
* जाने का सही समय:- वर्षा ऋतू में प्रवाह प्रचुर होता हैं, शुष्क मौसन में पतला पर्दा रह सकता हैं|
* पर्यावरणीय संवेदनशीलता:- यह एक दूरस्थ, नाजुक पारिस्थितिकी हैं - स्थानीय गाइड, सीमित पर्यटक संख्या और कचरा-रहित यात्रा यहाँ के लिए अनिवार्य हैं|
* जलवायु संकेत:- चरम मौसम घटनाओं की आवृत्ति/तीव्रता में परिवर्तन व्यापक जलवायु-गतिशीलता का संकेत हो सकता हैं - हालाँकि एक-दो घटनाओं से निष्कर्ष नही निकाले जा सकते|
* देखने की इच्छा हो तो:- मौसम-खबरों पर निर्भरता और सही समय जरुरी हैं, स्थानीय प्रशासन की सलाह मानना अनिवार्य|
14. रेगिस्तान में बर्फ-जब रेत पर गिरती हैं फुहारें:-
* क्या हैं:- सहारा ( खासकर अल्जीरिया के एन सेफ्रा ) में कई बात हिमपात दर्ज हुआ हैं, सऊदी अरब ( ताबुक/उत्तरी क्षेत्र ) और ईरान के पठारों पर भी ठंड की लहरों के दौरान बर्फ/ओले देखे गए हैं|
* क्या होता हैं:- ध्रुवीय/महाद्वीपीय शुष्क ठंडी हवाएं जब दक्षिण की ओर धकेली जाती हैं और नमी से मिलती हैं, तो ऊंचाई वाले रेतीले/शैल-प्रदेशों में बर्फ बन जाती हैं| यह घटना दुर्लभ हैं, पर असम्भव नहीं|
* जलवायु संकेत:- चरम मौसम घटनाओं की आवृति/तीव्रता में परिवर्तन व्यापक जलवायु-गतिशीलता का संकेत हो सकता हैं - हालाँकि एक-दो घटनाओं से निष्कर्ष नही निकाले जा सकते|
* देखने की इच्छा हो तो:- मौसम-खबरों पर निर्भरता और सही समय जरुरी हैं, स्थानीय प्रशासन की सलाह मानना अनिवार्य|
* निष्कर्ष *
* आश्चर्य के साथ जिम्मेदारी:- इन 15 झलकियों से स्पष्ट हैं की पृथ्वी रचना-कुशलता का अद्वितीय नमूना हैं-रेगिस्तान गा सकते हैं, समुद्र चमक सकता हैं, बर्फ जल सकती हैं, नदी उबल सकती हैं, और पेड़ "उल्टे" दिख सकते हैं| पर हर आश्चर्य के साथ एक जिम्मेदारी भी जुड़ी हैं - अनुसंधान, संरक्षण और संवेदनशील पर्यटक|
अगली बार जब आप किसी "अजीबो-गरीब" चीज के बारे में सुनें, तो उसे सिर्फ वायरल विडियो की तरह न देखें, उसके पीछे का भू-विज्ञान, जीवविज्ञान, संस्कृति और समुदाय - सब समझने की कोशिश करें| तभी हम इस अनोखी दुनिया के सच्चे सहयात्री बन पाएँगे- चकित भी, विनम्र भी, और जिम्मेदार भी|
* Disclaimer *
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